ढाका, पांच अक्टूबर (भाषा) बांग्लादेश के आधिकारिक भ्रष्टाचार रोधी निकाय ‘भ्रष्टाचार रोधी आयोग’ ने बृहस्पतिवार को मुहम्मद यूनुस से धनशोधन और धन के गबन के आरोप में पूछताछ की। यूनुस को 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
यूनुस ने बांग्लादेश में गरीब लोगों की मदद के लिए अति सूक्ष्म ऋण के उपयोग की शुरुआत की थी और उनके मॉडल को दुनिया भर के कई अन्य देशों में दोहराया गया। उनकी कानूनी परेशानियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। कई पर्यवेक्षकों का मानना है कि वे (आरोप) राजनीति से प्रेरित हैं।
यूनुस देश की राजधानी ढाका में आयोग के मुख्यालय में बृहस्पतिवार को सवालों का जवाब देकर बाहर निकले और कहा कि वह डरे नहीं हैं और उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। यूनुस के वकील अब्दुल्ला अल मामुन ने कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ आरोप “झूठे और निराधार” थे।
आयोग ने ग्रामीण टेलीकॉम के अध्यक्ष यूनुस को कंपनी के ‘ कामगार लाभ भागदीरी कोष’ से जुड़े 22.8 लाख डॉलर से अधिक के मामले में तलब किया। इस मामले में यूनुस के एक दर्जन अन्य सहयोगियों पर भी इसी तरह के आरोप हैं।
ग्रामीण टेलीकॉम के पास बांग्लादेश की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी ‘ग्रामीणफोन’ के 34.20 प्रतिशत शेयर हैं। यह नॉर्वे की टेलीकॉम क्षेत्र की दिग्गज टेलीनॉर की सहायक कंपनी है।
अगस्त में, 170 से अधिक वैश्विक नेताओं और नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने एक खुले पत्र में बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना से यूनुस के खिलाफ कानूनी कार्यवाही निलंबित करने का आग्रह किया था।
भाषा प्रशांत माधव
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