(ललित के झा)
वाशिंगटन, 10 दिसंबर (भाषा) अमेरिका और यूरोप के विभिन्न हिंदू समूहों से मिलकर बने ‘बांग्लादेशी अल्पसंख्यक गठबंधन’ ने संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश में हिंदुओं के लक्षित उत्पीड़न को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
बांग्लादेशी अल्पसंख्यक गठबंधन (बीएमए) का हिस्सा ‘केयर्स ग्लोबल’ की ऋचा गौतम ने कहा, “हिंदुओं और बौद्धों का उत्पीड़न महज शासन की उदासीनता का मामला नहीं है; यह मानवता की अंतरात्मा और उसके उदासीन प्रयासों पर एक धब्बा है।”
गौतम और गठबंधन के कई अन्य सदस्यों ने पिछले सप्ताह जिनेवा में अल्पसंख्यक मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र फोरम के 17वें सत्र में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के सामने उत्पन्न भयावह संकट का सामना करने की अपील की।
अगस्त की शुरुआत में बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत सहित कई देशों ने हिंदुओं को निशाना बनाए जाने पर बार-बार चिंता व्यक्त की है।
पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हुई है, साथ ही मंदिरों पर हमले भी हुए हैं, विशेष रूप से हाल ही में एक हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी हुई है।
केयर्स ग्लोबल और ‘वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन (डब्ल्यूएचएफ) यूरोपियन चैप्टर’ की ओर से दीपन मित्रा ने कहा, “यह सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है। यह तबाह हुई जिंदगियों, चकनाचूर कर दिये गये सपनों और चुराए गए भविष्य की बात है। बांग्लादेश के हिंदुओं की पीड़ा को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।”
भाषा प्रशांत पवनेश
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