ढाका, 20 जनवरी (भाषा) बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सोमवार को कहा कि वह देश के अर्धसैनिक सीमा रक्षकों को गैर-घातक आवाज करने वाले ग्रेनेड और आंसू गैस के गोलों से लैस करेगी। यह भारतीय सीमा सुरक्षा बल अपनाई गई कार्यप्रणाली की तर्ज पर है।
गृह मामलों के सलाहकार सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एम जहांगीर आलम चौधरी ने यहां सचिवालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान इस निर्णय की पुष्टि की।
उन्होंने कानून- व्यवस्था पर आयोजित एक बैठक के बाद एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ‘हमने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के लिए सिर्फ आवाज करने वाले ग्रेनेड और आंसू गैस के गोलों की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है।’
इस बैठक में समाज कल्याण सलाहकार शर्मिन मुर्शिद और मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के विशेष सहायक खुदा बख्श भी शामिल हुए थे।
इस कदम पर भारत की संभावित प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि नयी दिल्ली के लिए इस निर्णय को ‘नकारात्मक’ रूप से देखे, इसका कोई कारण नहीं है, क्योंकि उसके सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पास सीमा पर इसी तरह के गैर-घातक हथियार है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि सीमा पर स्थिति स्थिर है और फिलहाल कोई बड़ी समस्या नहीं है।
बीजीबी वर्तमान में गंभीर परिस्थितियों के लिए घातक हथियारों से लैस है। चौधरी ने शांति बनाए रखने और आपात स्थितियों के दौरान तेजी से प्रतिक्रिया करने के लिए उनकी क्षमता बढ़ाने के महत्व पर बल दिया।
बांग्लादेश और भारत 4,096 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं। पांच राज्य – असम, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करते हैं।
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नोमान माधव
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