ढाका, 29 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश में एक अल्पसंख्यक समूह ने हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को ‘‘तत्काल रिहा’’ करने की रविवार को मांग करते हुए कहा कि उनके खिलाफ दर्ज किया गया मामला ‘‘झूठा’’ है और केवल ‘‘उत्पीड़न के उद्देश्य से’’ किया गया है।
इस्कॉन के सदस्य रह चुके दास को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। उन पर देश के झंडे का कथित रूप से अपमान करने के लिए देशद्रोह का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद चटगांव की एक अदालत ने उनकी ज़मानत याचिका खारिज कर दी थी। इस मामले की सुनवाई अब दो जनवरी, 2025 को होगी।
प्रोथोम अलो समाचार पोर्टल में जारी की गई खबर के अनुसार, बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद (बीएचबीसीओपी) ने एक बयान जारी कर उनकी तत्काल रिहाई की मांग की।
बीएचबीसीओपी के कार्यवाहक महासचिव मनिंद्र कुमार नाथ द्वारा हस्ताक्षरित बयान में कहा गया है कि दास सहित 19 लोगों के खिलाफ दर्ज राजद्रोह का झूठा मामला दर्ज किया गया और केवल उनका उत्पीड़न करने के लिए ऐसा किया गया है।
खबर के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी लोगों की रिहाई की मांग की गई है।
भाषा
प्रीति सुरेश
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