ढाका, 22 जनवरी (भाषा) बांग्लादेश की एक अदालत ने बीएनपी की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को विध्वंसक गतिविधि से संबंधित 10 साल एक पुराने मामले बरी कर दिया ।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘बीएसएस’ ने खबर दी है कि कॉमिला जिले की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (अदालत द्वितीय) अफरोजा जस्मीन ने यह आदेश पारित किया क्योंकि जिया (79) के विरूद्ध कोई सबूत नहीं है।
जिया फिलहाल लंदन में इलाज करवा रही हैं।
‘बीएसएस’ के मुताबिक अदालत ने कहा कि यह मामला राजनीतिक आधार पर और उत्पीड़न की मंशा से दर्ज किया गया था ।
पच्चीस जनवरी, 2015 को बंद के दौरान एक ढकी हुई गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने और उसमें आग लगाने को लेकर जिया समेत 32 लोगों के खिलाफ विशेष शक्तियां अधिनियम, 1974 के तहत कॉमिला के चौड़ाग्राम थाने में मामला दर्ज किया गया था। जिया इस मामले में 32वीं आरोपी थीं।
न्यूज पोर्टल ‘बीडीन्यूज 24’ ने सरकारी वकील कैमूल हक रिंकू के हवाले से कहा कि जिया के विरूद्ध कोई सबूत नहीं मिला इसलिए उन्हें बरी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में 32 लोगों के नाम थे, लेकिन बाद में 42 लोगों पर आरोप लगाए गए। इनमें से 36 लोगों को मामले से हटा दिया गया है। छह अन्य लोगों पर निर्णय बाद में लिया जाएगा क्योंकि उन्हें निलंबन आदेश मिल गया है।
पिछले सप्ताह शीर्ष अदालत ने जिया, उनकी पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान और अन्य सभी संदिग्धों को अनाथालय ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में उनकी अपील पर बरी कर दिया था। उच्च न्यायालय ने उन्हें 10 साल के कैद की सजा सुनायी थी।
जिया अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के निमंत्रण पर बांग्लादेश के सशस्त्र सेना दिवस के स्वागत समारोह में शामिल होने के लिए 21 नवंबर, 2024 को ढाका छावनी में सार्वजनिक रूप से दिखाई दीं।
जिया बीमार हैं और इस महीने के शुरू में उपचार के लिए लंदन गई थीं। वह मार्च 1991 से मार्च 1996 तक और फिर जून 2001 से अक्टूबर 2006 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रही थीं।
भाषा
राजकुमार रंजन
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