बलूचिस्तान: Balochistan Liberation Army Attack पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके में पिछले 24 घंटे से कत्लेआम मचा हुआ है। दअरसल उग्रवादियों ने यहां पिछले 24 घंटे में 74 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है, जिनमें से 53 पंजाबी हैं। बताया जा रहा है कि उग्रवादियों ने पहले पहचान पत्र देखी और फिर उन्हें गोलियों से भून दिया। इसकी जिम्मेदारी बलूच उग्रवादी संगठन ने ली है। हैरानी की बात तो ये है कि ये कत्लेआम सिर्फ इस बात के लिए हुई है क्योंकि यहां पंजाबियों द्वारा संसाधनों का ज्यादा उपयोग किया जाता है।
Balochistan Liberation Army Attack मिली जानकारी के अनुसार उग्रवादियों ने बस सहित अन्य वाहनों में सफर करने वाले यात्रियों को हाईवे पर रोका और उनसे आईडी पूछने लगे। आईडी देखने के बाद उग्रवादियों ने सीधे गोलियां बरसानी शुरू कर दी और करीब 23 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस पूरी घटना की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है, साथ ही उन्होंने कहा है कि वो वे पूरे प्रांत के हाइवे पर अपना नियंत्रण चाहते हैं।
इसके अलावा क्वेटा से लगभग 140 किलोमीटर दूर कलात में भी हथियारबंद उग्रवादियों ने कम से कम 10 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। बोलान जिले में रात में 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, इनमें से चार पंजाब के रहने वाले थे। वहीं पाकिस्तानी सेना का कहना है कि 14 अन्य लोगों की भी अलग-अलग इलाकों में हत्या की गई है, जिनमें पांच सुरक्षाबल शामिल हैं। वहीं सुरक्षाबलों ने कई जगहों पर जवाबी कार्रवाई भी की जिसमें कम से कम 21 आतंकी मारे गए।
बता दें कि बलूचिस्तान में इस साल और भी कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बीते साल मई में सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला किया गया था। जानकारों का कहना है कि बलूच लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि बाहरियों के लिए यह क्षेत्र सुरक्षित नहीं हैं इसलिए वे यहां आने की हिम्मत ना करें। बलूच कई बार चीनी नागरिकों को भी निशाना बना चूके हैं। वहीं वे बलूचिस्तान में काम करने आने वाले पंजाबियों की अकसर हत्या कर देते हैं। वे चाहते हैं कि पंजाब और अन्य प्रांतों से आने वाले लोग डर जाएं और आना बंद कर दें। उनका मानना है कि ये लोग उनके संसाधनों का दोहन करते हैं।
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