(एम. जुल्करनैन)
लाहौर, 14 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने एससीओ सम्मेलन के दौरान इस्लामाबाद में प्रदर्शन करने की कथित योजना बना रहे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के 200 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ (पीटीआई) ने घोषणा की है कि इस्लामाबाद में आयोजित दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान वह राजधानी के डी चौक पर प्रदर्शन करेगी। एससीओ शिखर सम्मेलन की शुरुआत मंगलवार को हो रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने सूबे के विभिन्न हिस्सों में पीटीआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है और करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी के 50-50 सदस्यों को लाहौर और सरगोधा से गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य को फैसलाबाद, झांग, गुजरात और गुज्जर खान से गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात तक और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है क्योंकि सरकार ने पीटीआई कार्यकर्ताओं को पंजाब से इस्लामाबाद पहुंचने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है।
प्रशासन की कार्रवाई के मद्देनजर पीटीआई के कई नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तारी से बचने के लिए कथित तौर पर भूमिगत हो गए हैं।
मंगलवार के प्रदर्शन को लेकर पीटीआई में मतभेद पैदा हो गया है और अली मोहम्मद खान ने कहा कि प्रदर्शन को टाल देना चाहिए।
पीटीआई अध्यक्ष गौहर अली खान ने कहा कि उनकी पार्टी प्रदर्शन टालने के लिए सरकार द्वारा किए गए अनुरोध पर विचार कर सकती है बशर्ते पूर्व प्रधानमंत्री को अपनी कानूनी टीम से मिलने की अनुमति दी जाए।
सरकार ने गत 15 महीने से विभिन्न मामलों में रावलपिंडी में जेल में बंद इमरान खान के साथ किसी भी तरह की बैठक करने पर रोक लगा दी है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार प्रदर्शन रद्द करने की शर्त के अनुरूप पीटीआई अध्यक्ष गौहर खान और वकीलों की टीम को खान से मिलने की अनुमति दे सकती है।
पंजाब की सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने कहा कि पीटीआई और तालिबान एक ही सिक्के के दो पहलु हैं और दोनों पाकिस्तान के विकास एवं समृद्धि के दुश्मन हैं।
इस बीच, स्थानीय मीडिया ने खबर दी है कि उच्च स्तरीय एससीओ बैठक कड़ी सुरक्षा के बीच होगी और सरकार ने इस्लामाबाद के विद्यालयों में तीन दिन की छुट्टी घोषित कर दी है और कारोबारी प्रतिष्ठानों को भी इस दौरान बंद रखने का आदेश दिया गया है।
इस्लामाबाद के ‘रेड जोन’ में सेना की तैनाती की गई है जहां अधिकतर बैठकें होंगी और उसी इलाके में संसद और विभिन्न देशों के दूतावास एवं उच्चायोग हैं।
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश