रोम, आठ जनवरी (एपी) पोप फ्रांसिस ने बाल मजदूरी और बच्चों के साथ होने वाले अन्य दुर्व्यवहारों की बुधवार को निंदा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति बच्चों को नुकसान पहुंचाता है और उनका शोषण करता है उसे ईश्वर को जवाब देना पड़ेगा।
फ्रांसिस ने साल 2025 के अपने पहले धर्मशिक्षा पाठ में बच्चों की दुर्दशा के बारे में बात की। उन्होंने अपनी साप्ताहिक प्रार्थन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आस्थावान लोग बाल श्रम की समस्या के प्रति उदासीन नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर के हृदय में बच्चों को विशेष स्थान प्राप्त है और जो कोई उन्हें नुकसान पहुंचाएगा वह ईश्वर के प्रति जवाबदेह होगा।’’
फ्रांसिस अक्सर बाल श्रम की निंदा करते रहे हैं, खासतौर पर उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान इस मुद्दे को उठाया है।
उन्होंने कांगो में 2023 में यात्रा के दौरान इस बात की निंदा की थी कि कैसे विदेशी शक्तियां और खनन हितधारक कांगो के बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों के उत्खन्न के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पोप ने कहा था कि वे ‘‘अपने लालच’’ के लिए महाद्वीप को लूट रहे हैं।
एपी
प्रीति पवनेश
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