वाशिंगटन: भारत सरकार द्वारा चीनी ऐप को बैन किए जाने के बाद बवाल मचा हुआ है। भारत सरकार के इस पहल की दुनिया के कई देशों में तारिफ हो रही है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया में चीनी सामानों और एप्लीकेशन के खिलाफ एक जंग छिड़ी हुई है, लोग चीनी के सामानों का बहिष्कार करने की एक मुहिम चला रहे हैं। भारत के इस पहल को लेकर भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक और रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली ने कहा कि भारत ने यह दिखाया है कि वह चीनी रवैये के आगे नहीं झुकेगा।
निक्की हेली ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि भारत द्वारा चीनी फर्मों के स्वामित्व वाले 59 लोकप्रिय ऐप पर बैन लगाता देखना काफी अच्छा है, जिसमें टिकटॉक भी शामिल है। टिकटॉक के लिए भारत सबसे बड़े बाजारों में गिना जाता है। भारत यह दिखाया है कि वह चीन की आक्रामकता से पीछे नहीं हटेगा।
बता दें कि बुधवार को ही एक संवाददाता सम्मेलन में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा था कि हम कुछ मोबाइल ऐप पर भारत के प्रतिबंध का स्वागत करते हैं जो सीसीपी (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) के निगरानी राज्य में सहायक के रूप में कार्य करते हैं। भारत में टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध की चर्चा अमेरिका में भी हो रही है और कुछ सांसद इसका समर्थन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत ने सोमवार (29 जून) को 59 एप पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें बेहद लोकप्रिय टिकटॉक और यूसी ब्राउजर भी शामिल हैं। प्रतिबंधित सूची में वीचैट, बीगो लाइव, हैलो, लाइकी, कैम स्कैनर, वीगो वीडियो, एमआई वीडियो कॉल- शाओमी, एमआई कम्युनिटी, क्लैश ऑफ किंग्स के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्लब फैक्टरी और शीइन शामिल हैं।