नई दिल्लीः Trump’s Challenge to BRICS डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार, 20 जनवरी को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। ट्रम्प ने सत्ता संभालते ही देश से लेकर विदेश तक अमेरिकी नीतियों में कई बड़े बदलाव लाने की की बात कही है। शपथ लेने के बाद उन्होंने ओवल ऑफिस पहुंचकर कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किया। इसी बीच अब खबर आई है कि ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को चुनौती दी है। ब्रिक्स देशों में भारत भी शामिल है। ऐसे में ट्रंप की ये चुनौती और अहम हो जाती है।
Trump’s Challenge to BRICS दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अगर ब्रिक्स अमेरिका विरोधी नीतियां लाता है तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे और वे खुश नहीं रह पाएंगे। ट्रंप ने कहा कि इन देशों ने अमेरिका के हितों के विपरित कई चीजें करने की कोशिश की, अगर ये देश आगे भी ऐसा करते रहते हैं तो फिर उनके साथ जो होगा उसके बाद वे देश खुश नहीं रह पाएंगे। बता दे कि यह पहला मौका नहीं है, जह ट्रंप ने इस तरह की बातें कही है। उन्होंने पिछले महीने दिसंबर में भी ब्रिक्स देशों को धमकी देते हुए कहा था कि अगर ब्रिक्स देशों ने अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने का प्रयास किया तो वे उन पर 100 फीसदी टैरिफ लगा देंगे। उल्लेखनीय है कि ब्रिक्स गंठबंधन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
ताज पहनते ही ट्रंप ने ताबड़तोड़ कई फैसले लिए हैं। लेकिन इन फैसलों के जरिए ट्रंप ने सबसे बड़ा झटका अपने दो पड़ोसी देशों कनाडा और मेक्सिको को दिया है। ट्रंप ने कहा है कि वे कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगा सकते हैं। हालांकि ये फैसला लगभग 10 दिन बाद एक फरवरी से लागू होगा। इस फैसले की वजह से कनाडा-मेक्सिको से अमेरिका आने वाले सामान पर बिजनेसमैन को 25 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा।