काबुल। अफगानिस्तान के जलालाबाद में एक आत्मघाती हमले में 19 भारतीयों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख समुदाय के लोग जब राष्ट्रपति अशरफ गनी से मिलने गवर्नर हाउस जा रहे थे नंगरहार इलाके के प्रवक्ता इनामुल्ला मियांखली के मुताबिक मारे गए 19 में से 17 लोग अल्पसंख्यक समुदाय के थे। इसमें 11 सिख, 6 हिंदू और 2 अन्य थे।
घायलों में से एक नरेंद्र सिंह ने बताया कि जब उनका काफिला राष्ट्रपति से मिलने जा रहा था, तब उन्हें निशाना बनाया गया। नरेंद्र ने बताया कि काफिले में उनके पिता भी शामिल थे, लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि अब वे जीवित हैं भी या नहीं। हालांकि अफगानिस्तान सरकार ने नरेंद्र के पिता अवतार सिंह खालसा की मौत की पुष्टि की। अवतार सिंह खालसा सिख नेता थे और वे अक्तूबर में होने जा रहे चुनाव में खड़े होने वाले थे।
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स्थानीय लोगों के मुताबिक आत्मघाती हमले का धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की कई इमारतों और दुकानों को भी नुकसान हुआ। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान के इस नंगरहार प्रांत में तालिबान और आईएसआईएस से जुड़े कई संगठन सक्रिय हो चुके हैं। दिल्ली गुरुद्वारा सिख कमेटी ने इस हमले में मृत लोगों की जो सूची जारी है है, उसके मुताबिक मरने वालों में अनूप सिंह, मेहर सिंह, रवैल सिंह, अवतार सिंह, अमरीक सिंह, मंजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, तरनजीत सिंह, बलजीत सिंह, सतनाम सिंह, राजू गजनेची शामिल हैं।
वेब डेस्क, IBC24