अफगान शरणार्थियों ने पाकिस्तान से वीजा व्यवस्था को आसान बनाने का आग्रह किया

अफगान शरणार्थियों ने पाकिस्तान से वीजा व्यवस्था को आसान बनाने का आग्रह किया

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  • Publish Date - January 24, 2025 / 10:43 PM IST,
    Updated On - January 24, 2025 / 10:43 PM IST

इस्लामाबाद, 24 जनवरी (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शरणार्थी कार्यक्रमों पर रोक लगाए जाने के बाद अफगान शरणार्थियों ने शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मानवीय आधार पर वीजा व्यवस्था को सुगम बनाने की अपील की।

कई अफगान लोगों को गिरफ्तारी और निर्वासन का डर सता रहा है जिनके वीजा की अवधि या तो समाप्त हो गई है या जल्द ही समाप्त होने वाली है।

अफगान यूएसआरएपी शरणार्थी समूह के सदस्य अहमद शाह ने कहा, ‘‘हमें ठीक से पता नहीं है कि अमेरिकी शरणार्थी कार्यक्रम पर रोक कब हटाई जाएगी, लेकिन हम पाकिस्तान से अनुरोध करते हैं कि वह हमारी वीजा अवधि की समाप्ति के बाद कम से कम छह महीने के लिए हमारे प्रवास को बढ़ा दे।’’

अनुमान है कि 20,000 अफगान नागरिक वर्तमान में पाकिस्तान में अमेरिका सरकार के कार्यक्रम के माध्यम से अमेरिका में पुनर्वास के लिए मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

आने वाले दिनों में अमेरिका जाने की अनुमति रखने वाले शरणार्थियों की यात्रा की योजना ट्रंप प्रशासन द्वारा रद्द कर दी गई है। प्रभावित लोगों में 1,600 से अधिक अफगान नागरिक शामिल हैं जिन्हें अमेरिका में पुनर्वास के लिए मंजूरी दी गई थी।

पाकिस्तान का कहना है कि शरणार्थी कार्यक्रम के निलंबन के बारे में उसे अभी तक अमेरिका से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। देश में मौजूद अफगान नागरिकों को सितंबर 2025 तक स्थानांतरित किया जाना था।

शाह ने कहा कि अमेरिका में स्थानांतरित होने वाले ज्यादातर अफगान अब बहुत कठिन परिस्थितियों में रह रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां स्थायी रूप से नहीं रहना चाहते, हम प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से आग्रह करते हैं कि वे अधिकारियों को अफगान लोगों के वीजा को कम से कम छह महीने के लिए बढ़ाने का आदेश दें।’’

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान में रह रहे अफगानों को सितंबर 2025 तक पुनर्वास के लिए अमेरिका ले जाने के वास्ते वाशिंगटन के साथ एक समझौता हुआ है।

मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में प्रेस वार्ता में कहा था, ‘‘हमें अभी तक आधिकारिक तौर पर इस मुद्दे पर कोई और जानकारी नहीं मिली है। इसलिए जहां तक ​​हमारा सवाल है, मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि यह व्यवस्था लागू है।’’

एपी

देवेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल