टोक्यो, 21 दिसंबर (एपी) जापान में मंगलवार को तीन व्यक्तियों को फांसी पर चढ़ाया गया । देश में मृत्युदंड के विरूद्ध मानवाधिकार संगठनों द्वारा उठायी जा रही आवाज के बीच पिछले दो सालों में पहली बार फांसी दी गयी है।
हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥‘𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.
इन तीनों में एक यासुटाका फजिशिरो को 2004 में सात लोगों की हत्या करने एवं उनके घर में आग लगाने का दोषी ठहराया गया था जबकि दो अन्य तोमोआकी ताकनेजावा एवं मित्सूनोरी ओनोगावा को 2003 में पिनबॉल पार्लर (जहां बॉल का एक खेल होता है) के दो कर्मियों की हत्या का कसूरवार पाया गया।
पढ़ें- TMC ने कोलकाता नगर निगम की सत्ता लगातार तीसरी बार हासिल की, अब तक 101 सीटें जीतीं, 33 पर आगे
जापान के उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में सुबह इन तीनों को फांसी पर चढ़ाया गया। उन्हें सुबह तक फांसी पर चढ़ाये जाने की जानकारी नहीं दी गयी थी। सन् 2007 से जापान फांसी पर चढ़ाये जाने वालों तथा उनके अपराधों के बारे में कुछ जानकारियां देने लगा है लेकिन वह सूचना अब भी सीमित होती है।
न्याय मंत्री योशिहिसा फुरूकावा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीनों ने बहुत ही ‘घृणित अपराध’ किया था और यह सजा उपयुक्त थी।