नईदिल्ली। भारत-चीन के बीच LAC पर हुए विवाद और झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। लद्दाख सेक्टर में तनातनी के बाद अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 43 चीनी सैनिक भी हताहत हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से यह जानकारी दी गई है। हिमाचल से सटी सीमा पर भी अलर्ट जारी किया गया है।
At least 20 Indian soldiers killed in the violent face-off with China in Galwan valley in Eastern Ladakh. Casualty numbers could rise: Government Sources pic.twitter.com/PxePv8zGz4
— ANI (@ANI) June 16, 2020
Indian intercepts reveal that Chinese side suffered 43 casualties including dead and seriously injured in face-off in the Galwan valley: Sources confirm to ANI pic.twitter.com/xgUVYSpTzs
— ANI (@ANI) June 16, 2020
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भारत और चीनी सैनिकों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)पर हिंसक झड़प को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि 15 जून को चीन की ओर से स्थिति बदलने के प्रयास के परिणामस्वरूप ऐसा हुआ। इसमें दोनों पक्षों को नुकसान हुआ, जिससे बचा जा सकता था। भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में सीमा क्षेत्र में सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से पीछे हटने की प्रक्रिया पर चर्चा कर रहे हैं। सीमा प्रबंधन को लेकर जिम्मेदार रवैये के मद्देनजर भारत सभी काम एलएसी में अपनी सीमा के अंदर ही करता है। चीन से भी ऐसी ही उम्मीद रखता है। भारत सीमा पर शांति बनाए रखने और बातचीत के माध्यम से मतभेदों के समाधान को लेकर आश्वस्त है। भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। सीमा पर जारी हालिया तनाव के बीच पेइंचिंग में चीनी उप विदेश मंत्री लुओ झाओहुई से भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने मुलाकात की।
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इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे रक्षा मंत्री और सीडीएस जनरल बिपिन रावत के बीच दूसरी बैठक हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक से पूर्व पीएम मोदी को हालात की जानकारी दी। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार इसे लेकर गृह मंत्रालय में भी बैठक हुई। इसमें आइटीबीपी के डीजी एसएस देशवाल शामिल हुए।