11th february world day of the sick: पूरी दुनिया में करोड़ों- अरबों लोग है, जो किसी ना किसी बीमारी से ग्रसित होकर परेशान हैं। उन्हीं लोगों के लिए प्रार्थना करने के लिए हर साल बीमारों का विश्व दिवस यानी ‘वर्ल्ड डे ऑफ़ दी सिक’ मनाया जाता है। इस बार भी ‘विश्व बीमार दिवस’ 11 फरवरी को मनाया जा रहा है। इसकी शुरूआत 1992 में पोप जॉन पॉल द्वितीय ने की थी। आइए आज आपको बताते हैं, इस दिन के इतिहास, खासियत और महत्व के बारे में.
बड़े बकायेदारों का नाम चस्पा करने की तैयारी, निगम प्रशासन उठा रही ये कदम
11th february world day of the sick: इस साल बीमारों का विश्व दिवस की थीम “दयालु बनो, क्योंकि तुम्हारे पिता दयालु हैं”। इस दिन, सेंत फादर फ्रांसिस हमें याद दिलाते हैं कि “बीमारों के लिए पिता के दयालु प्रेम का सर्वोच्च गवाह उनका इकलौता पुत्र है।”
11th february world day of the sick: पोप जॉन पॉल II को 1991 की शुरुआत में पार्किंसंस रोग का पता चला था और 2001 में इस बीमारी की पुष्टि हुई थी। ऐसा माना जाता है कि बीमारी के निदान के एक साल बाद 1992 में उन्होंने बीमारों का विश्व दिवस मनाने का फैसला किया। 2005 में विश्व बीमार दिवस का विशेष महत्व था, क्योंकि बीमार पोप की बाद में इसी साल 2 अप्रैल को मृत्यु हो गई थी। जब उनकी मृत्यु हुई थी, तो उनके लिए प्रार्थना करने के लिए रोम में सेंट पीटर स्क्वायर में कई लोग एकत्र हुए थे।
जनता को बड़ी राहत! 500 रुपए सिलेंडर और फ्री बिजली, जानें कैसे उठा सकते है इसका फायदा
11th february world day of the sick: दुनिया भर में लोग इस दिन बीमारों और उनके देखभाल करने वालों के लिए प्रार्थना करने के लिए समय निकालते हैं। विभिन्न संगठन इस दिन को मुख्य रूप से बीमारों को दवाएं, खाना और जरूरी समान वितरित करते हैं। कुछ वर्षो से भारत के उन क्षेत्रो में यह अधिक लोकप्रिय हुआ हैं जहाँ ईसाई मत वाले लोगो की संख्या अधिक हैं. दक्षिण भारत के राज्यों और पूर्वोत्तर राज्यों में भी इस दिन गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं.
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
8 killed in knife attack : छात्र ने मचाया कोहराम,…
13 hours agoStudent Killed 8 People : 21 वर्षीय छात्र ने कई…
14 hours ago