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हिंदी सिनेमा में कई बार ऐसी फिल्में बनाई गई हैं जिन्हें किसी ना किसी वजह से सिनेमाघरों में रिलीज नहीं किया जा सका। लेकिन आज आप इन फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फ्री में देख सकते हैं।

ओटीटी पर देख सकते हैं बैन की गई ये फिल्में

फिल्ममेकर्स कई बार ऐसी फिल्में बना देते हैं जिन्हें या तो सेंसर बोर्ड की इजाजत नहीं मिल पाती या फिर विरोध इतना बढ़ जाता है कि फिल्म को बैन करना मजबूरी हो जाता है। ऐसी कई हिंदी फिल्में हैं जिन्हें किसी ना किसी वजह से सिनेमाघरों में बैन कर दिया गया था, लेकिन आज आप ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इन फिल्मों का मजा ले सकते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में।

फायर

साल 1996 में आई शबाना आजमी और नंदिता दास की फिल्म 'फायर' एक लेस्बियन कपल की कहानी थी। यह विषय उस दौर में इतना संवेदनशील था कि फिल्म को स्क्रीनिंग की इजाजत नहीं मिली। लेकिन आज आप इसे अमेजन प्राइम वीडियो और यूट्यूब पर देख सकते हैं।

अनफ्रीडम

आदिल हुसैन और प्रीति गुप्ता की यह फिल्म आतंकवाद, धर्म और कन्सर्वेटिव सोच वाले परिवारों के इर्द-गिर्द दो लड़कियों के एक दूसरे से प्यार करने के बारे में थी। साल 2015 में आई इस फिल्म को बैन कर दिया गया था, लेकिन आज आप इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

वॉटर

जॉन अब्राहम और लीजा रे की यह फिल्म साल 2005 में आई थी। फिल्म की कहानी साल 1938 के वक्त बनारस में बालिका वधुओं और विधवा स्त्रियों की हालत के बारे में बताती है। फिल्म की कहानी दिल दहला देती है और आप इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

ब्लैक फ्रायडे

अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी यह फिल्म साल 2004 में आई थी। फिल्म की कहानी साल 1993 में हुए बम धमाकों और इसके आरोपियों को पकड़ने की कोशिशों के बारे में थी। आज इस फिल्म को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देख सकते हैं।

किस्सा कुर्सी का

इमरजेंसी के दौर में आई इस फिल्म को तत्कालीन सरकार पर तंज कसने की वजह से बैन किया गया था। यह फिल्म यूट्यूब पर उपलब्ध है जहां आप इसे फ्री में देख सकते हैं।