चंद्रमा को मामा कहने के पीछे धार्मिक और पौराणिक कारण हैं। चांद को मां लक्ष्मी और धरती का भाई माना गया है।
हम सभी मां लक्ष्मी को अपनी माता के तौर पर संबोधित करते हैं ऐसे में हमारे रिश्तों के तौर पर देखें तो चांद के साथ रिश्ता मामा का हो जाता है।
सका भौगोलिक कारण है कि धरती का एकमात्र उपग्रह होने की वजह से यह धरती के चारों ओर चक्कर लगाता है।
ऐसे में चांद के धरती का चक्कर लगाने की प्रवृत्ति को भाई-बहन के रिश्ते की तरह देखते हैं। ऐसे में धरती को माता कहने की वजह से चंदा हमारे मामा कहलाए।
बचपन में माँ, दादी और नानी अक्सर चंदा मामा की दिलचस्प कहानियां सुनाती हैं। स्कूल की कई पाठ्य पुस्तकों में भी इससे संबंधित कविताएँ होती हैं।
वहीं, हिंदू धर्म में मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय समुद्र से बहुत सारे तत्व निकले थे, जिसमें मां लक्ष्मी और चंद्रमा भी थे।
हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी को मां माना जाता है, इसलिए चांद को चंदा मामा कहा जाने लगा।