आज भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि है।
वीर सावरकर ने राष्ट्रध्वज तिरंगे के बीच में धर्म चक्र लगाने का सुझाव सर्वप्रथम दिया था जिसे राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने माना।
उन्होंने ही सबसे पहले पूर्ण स्वतंत्रता को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का लक्ष्य घोषित किया। वे ऐसे प्रथम राजनीतिक बंदी थे जिन्हें विदेशी (फ्रांस) भूमि पर बंदी बनाने के कारण हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामला पहुंचा।
दुनिया के वे ऐसे पहले कवि थे जिन्होंने अंडमान के एकांत कारावास में जेल की दीवारों पर कील और कोयले से कविताएं लिखीं और फिर उन्हें याद किया।
उन्होंने 'हिंदुत्व' शब्द को गढ़ा और हिंदू धर्म की विशिष्टता पर जोर दिया। जो सामाजिक और राजनीतिक साम्यवाद से जुड़ा था।
वीर सावरकर पहले राजनैतिक बंदी थे जिन्होंने काला पानी की सजा के समय 10साल से भी अधिक समय तक आजादी के लिए कोल्हू चलाकर 30 पोंड तेल प्रतिदिन निकाला |
कट्टर हिंदुत्व के प्रमुख विचारक विनायक दामोदर सावरकर, जिन्हें आज हम वीर सावरकर के नाम से भी जानते हैं का निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ था।