बीमारी फैलने का सबसे आम तरीका यह है कि जब संक्रमित लोग बार-बार अपनी आंखों को छूते हैं और अपने हाथों को साफ करना भूल जाते हैं।
कंजक्टिवाइटिस आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना,आंखों का गुलाबी होना या पिंक आई भी कहते हैं।
इसमें इंफेक्शन होने वाले व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती है. इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन हो जाती है।
संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है।
संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है।
इसके लिए जब उन्होंने घरेलू उपचार किया तो उनकी आंखें ओर ज्यादा लाल हो गईं और आँखो में दर्द के साथ चुभन भी होने लगी।
अस्पताल में पहले जहां हर दिन 20 से 30 आई फ्लू के मरीज पहुंचते थे, उनकी संख्या अब 400 के आसपास हो गयी है।
अस्पताल में पहले जहां हर दिन 20 से 30 आई फ्लू के मरीज पहुंचते थे, उनकी संख्या अब 400 के आसपास हो गयी है।
इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में संक्रमण फैल जाता है. जिससे मरीज को देखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में संक्रमण फैल जाता है. जिससे मरीज को देखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
मानसून के साथ-साथ बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है. खासकर आई फ्लू की शिकायत लोगों में अधिक होती है।
जब ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है तो इससे आंखों का विजन में ब्लर हो जाता है।
जब ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है तो इससे आंखों का विजन में ब्लर हो जाता है।