पीयूष मिश्रा जितने बेहतरीन अभिनेता हैं, उतने ही अच्छे गायक और उतने ही शानदार लेखक भी हैं।

पीयूष ने अपने बुरे वक्त के बारे में बात करते हुए कहा,  'कॉमरेड ने ही तो मेरी ऐसी तैसी करी है।

अब अभिनेता ने इंटरव्यू में खुलासा किया कि किस तरह वह कम्युनिस्टों के चंगुल में बुरी तरह फंसे और जिंदगी बर्बाद कर ली।

पीयूष ने आगे कहा, वह लोग मुझसे 20 साल तक काम करवाते रहे और मैं भी चुपचाप काम करता रहता था।

तब जाकर मैंने चीजों को समझना शुरू किया और यह जाना कि इन चक्करों में पड़कर मैंने तो अपना सब कुछ गंवा दिया है।

पीयूष मिश्रा ने दिल दहला देने वाली घटना के बारे में खुलासा किया है. एक बार वह पूरी रात एक डेड बॉडी के बगल में सोए थे।

लल्लनटॉप के साथ इंटरव्यू के दौरान पीयूष मिश्रा ने बताया कि मुंबई में स्ट्रगल के दौरान उन्हें शराब की लत लग गई थी।

अपनी आत्मकथा ’तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा’ लिखी है, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी और करिअर के संघर्षां के कई राज खोले हैं।

पीयूष मिश्रा की यह किताब ग्वालियर की तंग गलियों से लेकर दिल्ली के सांस्कृतिक केंद्र मंडी हाउस और आखिर में मुंबई तक की उनकी यात्रा की कहानी बताती है।