सुबह उठते ही सबसे पहले हमें चाय का ही ख्याल आता है। इसकी एक घूंट से ही एक अलग ताजगी महसूस होती है। यहां तक सिर दर्द होने पर चाय की चुस्कियां ले लेते हैं।
चाय के इतिहास और नाम की बात करें तो यह शब्द भारतीय या हिंदी नहीं है।इस की शुरुआत चीन से हुई है।
चाय शब्द भी चाइनीज भाषा से लिया गया है। कहा जाता है कि चीन के राजा शेंग नुंग ने चाय पेय पदार्थ का नाम चा-आ रखा था। यहीं नाम आज चाय के रूप में जाना जाता है।
अब सवाल है कि चाय को हिंदी में क्या कहते हैं? तो चाय को हिंदी में ‘दुग्ध जल मिश्रित शर्करा युक्त पर्वतीय बूटी’ कहा जाता है।
गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान को स्थिर रखने के लिए चाय पुदीना युक्त चाय के बहुत बेहतर विक्ल्प है।
चाय शब्द की जगह कई लोग टी Tea शब्द का इस्तेमल करते है। कई दुकानें भी अब टी स्टॉल के नाम से ही संचालित होती है