बलरामपुर जिले के एक गांव की ऐसी कहानी हम आपको दिखाने जा रहे है, जहां पर पूरा गांव मिलकर एक बगीचे की रखवाली करता है।
बगीचे में 500 से अधिक पेड़ मौजूद है, इससे ना सिर्फ पर्यावरण के प्रति एक संदेश दे रहे है, बल्कि साल में उन्हें अच्छी आमदनी भी होती है।
वन विभाग ने लगभग 20 साल पहले आम के विभिन्न प्रजातियों के लगभग 500 पौधों का रोपण किया था। आज यह पौधे पूरी तरह से तैयार है।
गांव के सभी लोग इस बगीचे की रखवाली करते है। हर साल आम के बगीचे का टेंडर होता है।
दूर-दूर से लोग इस सुंदर आम के बगीचे को देखने आते है। इस साल भी आम की बंपर पैदावार हुई है और लगभग ढाई लाख रुपए में इसका टेंडर हुआ है।
आम के सीजन के दौरान लगभग 10 लोग यहां चौकीदारी का काम करते है, जो अपना टेंट पंडाल इसी बगीचे के नीचे लगाकर परिवार समेत रहते है।
ग्रामिणों ने बताया कि गर्मी के मौसम में कहीं रोजगार नहीं मिलता। ऐसे में यह उनके लिए एक बेहतर रोजगार का साधन भी है।
गांव के सरपंच ने बताया कि इस बगीचे से प्रोत्साहित होकर अब एक नया बगीचा तैयार करने की ग्रामीण सोच रहे है, जिससे और अच्छी आमदनी हो सके।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस आम के बगीचे को विकसित करने के लिए सभी लोगों ने मेहनत की है और आज यह पर्यावरण के प्रति एक बेहतर सोच साबित हो रहा है।