कहते हैं कि ‘जो करते हैं योग, उन्हें नहीं छूता कोई भी रोग।’ भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ रखने का योग सबसे आसान तरीका है।
यही वजह है कि आज भारतीय संस्कृति से जुड़ी ये क्रिया अब विदेशों तक फैल चुकी है। योग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में भी काफी प्रचलित हो चुका है।
इस खास दिन को मनाने की शुरुआत हमारे देश भारत से ही हुई थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाने की पहल की थी।
2014 में UNO की बैठक में पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था और दुनिया भर में पहला योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया।
इस साल यानी 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम ‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ है।
योगा दिवस के मौके पर हर साल भारत समेत 190 से अधिक देशों में तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस साल भी विश्व भर में ये कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कल योग दिवस पर सुबह 6.30 बजे से कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत SKICC के बैकयार्ड में डल झील के किनारे योग करेंगे। यहाँ करीब 7 हजार लोग उनके साथ योग करेंगे।
पीएम के दौरे पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्रीनगर दौरे से पहले पुलिस ने शहर को 'रेड जोन' घोषित कर दिया है और ड्रोन के संचालन पर पाबंदी लगा दी गई है।
जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और शहरभर में जवान तैनात हैं। एयरपोर्ट रोड से SKICC सहित तमाम जगहों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
योग दिवस के मौके पर पीएम के कार्यक्रम के अलावा सभी राज्यों में भी योग का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैं। राज्यों में सीएम और मंत्री के साथ अफसर योग करते नजर आएंगे।