गंगा और उसकी सहायक नदियां एक बड़े क्षेत्र को साल भर सिंचाई का स्रोत प्रदान करती हैं।

गंगा भारतीय उपमहाद्वीप की प्रमुख नदियों में से एक है जो पूर्व से उत्तरी भारत के गंगा के मैदान से होकर बांग्लादेश में बहती है।

वास्तव में इतनी विविधताओं को अपने आप में समेटे हुए गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक है।

सभ्यताओं के विकास सदैव नदियों के किनारे होता आया है। आज भी बड़े बड़े शहर नदियों के किनारे बसे हुए हैं। इन शहरों की खूबसूरती बढ़ाते हुए कई घाट भी मौजूद होते हैं जो विशेष आकर्षण का विषय होते हैं।

गंगा नदी चूंकि लोगों की धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी है इस कारण और अन्य नदियों का पानी जिस तरह प्रदूषित हुआ है उससे दोगुनी तेजी से गंगा नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है।

स्वच्छ गंगा अभियान के तहत गंगा को साफ करने की ओर बराबर ध्यान दिया गया तथा यह सुनिश्चित किया गया कि औद्योगिक कचरे को गंगा में प्रवाहित न किया जाए।

शंखनाद, घंटी, डमरू की आवाज और मां गंगा के जयकारे के बीच होने वाली यह गंगा मां की आरती अलग प्रभाव छोड़ती है।