नागार्जुन तेलुगु सिनेमा के दिग्गज स्टार माने जाते है। 80 और 90 के दशक में चिरंजीवी और नागार्जुन के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
साल 2012 में इंडियन टेली अवार्ड और टीवी धारावाहिक ‘दिल से दुआ … सौभाग्यवती भव’ के लिए एक नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार। है