तेलुगु सुपरस्टार नागार्जुन कल अपना 63वां जन्मदिन मनाएंगे। 

 उनके पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव तेलुगु सिनेमा के स्तंभकार माने जाते है। तेलुगु सिनेमा को स्थापित करने में नागार्जुन के पिता का बहुत बड़ा योगदान हैं।  

नागार्जुन तेलुगु सिनेमा के दिग्गज स्टार माने जाते है। 80 और 90 के दशक में चिरंजीवी और नागार्जुन के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।

 नागार्जुन ने बॉलीवुड में शिवा नाम की हिंदी फिल्म से अपना डेब्यू किया था। जिसका निर्देशन राम गोपाल वर्मा ने किया।

साल 2012 में इंडियन टेली अवार्ड और टीवी धारावाहिक ‘दिल से दुआ … सौभाग्यवती भव’ के लिए एक नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार। है

नागार्जुन ने हिंदी बेल्ट में सबसे ज्यादा 'मास' नाम से फेमस है।

इनकी फिल्म डॉन नंबर वन , किंग नंबर वन, रगड़ा और मेरी जंग जैसी फिल्मों को हिंदी बेल्ट में सबसे ज्यादा पसंद किया गया।

 हिंदी डब फिल्मों को शुरुआती सफलता दिलाने में सबसे बड़ा योगदान नागार्जुन का ही है। 

 नागार्जुन बॉलीवुड में सफल रहे लेकिन उन्हें  बॉलीवुड का कल्चर पसंद नहीं आया। इसी कारण उन्होंने हिंदी फिल्मों में काम करना छोड़ दिया। 

 मनम नाम की तेलुगु फिल्म में पहली बार अक्किनेनी नागेश्वर राव अपने बेटे औऱ दोनों पोते के साथ नजर आए। जिसे काफी ज्यादा पस्ंद किया गया। 

 नागार्जुन आज भी तेलुगु सिनेमा मे एक्टिव है। उनकी एक्शन थ्रिलर फिल्म द घोस्ट जल्द रिलीज होने वाली है।