दरअसल लमतरा ब्रिज से लगी निजी भूमि पर राजेश पटेल और उसकी पत्नी द्वारा डॉ भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति स्थापित की थी, जिसके तोड़े जाने के आरोप में पुलिस द्वारा राजेश पटेल और उसकी पत्नी सुलेखा पटेल को हिरासत में लेकर कार्रवाई जारी रखी हुई है।
इसी दौरान बड़ी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने बाबा भीमराव अंबेडकर के लिए डेढ़ एकड़ की जमीन, आरोपी पति पत्नी को रिहा करने, मामले की जांच में एससीएसटी वर्ग के अधिकारी को शामिल करने सहित नंदन गौर की जमीन का पुनः सीमांकन कराने जैसी मांग रखी।
प्रदर्शनकारी ने बताया की बाबा साहब की मूर्ति तोड़ने का मामला समाने आया था जिसके बाद हम लोग यहां पहुंचे है। जिसने मूर्ति स्थापित की वो मूर्ति क्यों तोड़ेगा ऐसे कई सवालों को लेकर प्रशासन से चर्चा की है।
पूरे मामले पर एसडीएम प्रिया चंद्रावत ने बताया की मूर्ति चोरी कर खंडित करने का मामला समाने आया था, जिसके बाद मौके पर पहुंचे है उन्होंने अपनी मांग रखी है, जिसे उच्चाधिकारियों से बात करके पूरी की जाएगी।
सीएसपी विजय प्रताप के मुताबिक मामला निजी भूमि से जुड़ा है जिस पर कई मामलों पर आरोपी रहे राजेश पटेल द्वारा कब्जा की नियत से काम किया था।
इसी बीच भूमि स्वामी नंदन गौर द्वारा बाबा साहब की मूर्ति चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई जिस पर पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी पति राजेश और पत्नी सुलेखा को हिरासत में लिया है।