अधिकांश लोग नियमित रूप से रोजाना सूर्य देव को अर्घ्य यानी जल चढ़ाते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार यदि आप नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं तो आपको रोगों से भी मुक्ति मिलती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव को जल चढ़ाने के कुछ नियम बताए गए हैं।
सूर्य देव को तांबे के कलश से जल चढ़ाना बहुत अच्छा माना जाता है।
इस तांबे के कलश में जल, अक्षत, लाल फूल, मिश्री और एक चुटकी हल्दी मिलाकर अर्घ्य देना सर्वोत्तम माना गया है।
लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि किन लोगों को सूर्य देव को अर्घ्य नहीं देना चाहिए।
साथ ही किसी व्यक्ति के परिवार जन्म और मृत्यु के बाद सूतक लगा हो तब भी उसे सूर्य को अर्घ्य नहीं देना चाहिए।
बिना स्नान के कभी भी सूर्य देव को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा शैया पर लेटे रोगी को सूर्य देव को अर्घ्य नहीं देना चाहिए।