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रामायण से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार थे और लक्ष्मण को शेषनाग का अवतार माना जाता है।

राम सेतु बनाने में कुल 5 दिन का समय लगा था। यह पुल 100 योजन लम्बा व 10 योजन चैड़ा था।एक योजन लगभग 13 किमी के बराबर होता हैं।

श्री राम का अवतार एक पूर्ण अवतार नहीं माना जाता। श्री राम 14 कलाओं में  पारंगत थे जबकि श्री कृष्ण 16 कलाओं में पारंगत थे। ऐसा इसलिए था कि रावण  को वरदान प्राप्त थे कि उसे कोई देवता नहीं मार सकता। उसका वध कोई मनुष्य ही  कर सकता हैं।

राम और सीता की रक्षा के प्रयास में 14 साल के वनवास के दौरान राम के अनुज भाई लक्ष्मण बिल्कुल भी नहीं सोए थे।

शेषनाग के अवतार लक्ष्मण ने रावण के पुत्र मेघनाद को ही नहीं उसके दूसरे पुत्रों जैसे प्रहस्त और अतिकाय को भी मारा था।

रावण महाज्ञानी विद्वान था। भगवान राम ने भी उन्हें महाब्राह्मण कहा था। इसलिए जब रावण मृत्यु शय्या पर था तब प्रभु राम ने लक्षमण से रावण के पास जाकर उससे ज्ञान अर्जित करने को कहा था।

राम-रावण के युद्ध के दौरान भगवान राम के लिए इंद्र ने अपना रथ भेजा था जिस पर बैठकर राम ने रावण का वध और युद्ध में विजय प्राप्त की थी।

रावण भगवान शिव का अनन्य भक्त था। भगवान शिव के भजन कीर्तन के लिए रावण ने एक बार अपनी बाजू काटकर उससे एक वाद्ययंत्र भी बनाया था। जिसे रावण हट्टा का नाम मिला।