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सदियों के लंबे इंतजार के बाद भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है

प्रभु श्रीराम अपनी पूरी भव्यता-दिव्यता के साथ उसमें विराजमान हो रहे हैं

पौराणिक कथाओं के अनुसार, मर्यादा पुरुषोत्तम राम और माता सीता का विवाह जनकपुर में हुआ था

त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था।

इस दिन को विवाह पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। पंचमी विवाह उत्सव 17 दिसंबर रविवार को है।

विवाह पंचमी के दिन प्रभु श्री राम और माता सीता का विधि विधान के साथ पूजन करने से विवाह में आने वाली मुश्किलें दूर होती हैं