वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार शमी का वृक्ष धरती पर शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है जबकि हिंदू शास्त्रों में इसे साक्षात शनिदेव माना गया है।
हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में शमी के पेड़ के पूजा के बारे में बताया गया है। इसके फायदे जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान।
शनि दोष से मुक्त करता है शमी में शनिदेव का निवास होता है। शमी के पौधे की पूजा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। इससे साढ़ेसाती, ढैया सहित सभी तरह के शनि दोषों से मुक्ति मिलती है।
विपदाओं को मुक्ति दिलाता है जहां भी यह वृक्ष लगा होता है और उसकी प्रतिदिन पूजा करते रहने से जीवन की सारी विपदाएं दूर रहती हैं।
वास्तु दोष से मुक्ति दिलाता है वास्तु शास्त्र के अनुसार इस पौधे को शनिवार के दिन वायव दिशा में लगाना चाहिए और नित्य पूजा करना चाहिए। वायव दिशा शनि की होती है। इससे पश्चिम और दक्षिण दिशा के सभी वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है।
सुख शांति और समृद्धि देता है प्रदोषकाल में शमी वृक्ष को प्रणाम कर फिर उसकी जड़ में शुद्ध जल अर्पित करें। इसके बाद वृक्ष के सम्मुख दीपक प्रज्वलित कर उसकी विधिवत रूप से पूजा करें। इससे सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
कलह का नाश करता है मान्यता अनुसार बुधवार के दिन गणेश जी को शमी के पत्ते अर्पित करने से बुद्धि तेज होती है और गृह क्लेश को भी खत्म कर देता है।