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Facts About Shakeela Bano Bhopali

शकीला बानो भोपाली एक भारतीय अभिनेत्री और भारत की पहली महिला कव्वाल थीं

शकीला बानो भोपाली का जन्म 1942 में भोपाल में हुआ था

जब वह 11 साल की थीं तभी भोपाल की तंग गलियों में संगीत की सजती महफिलों में वाहवाही लूटनी शुरू कर दी.

उनकी मशहूर क़व्वाली की पंक्तियां हैं- “अब यह छोड़ दिया है तुझ पर चाहे ज़हर दे या जाम दे…” इसे लोग उन दिनों खूब गुनगुनाते भी थे

वो शकीला बानो भोपाली ही थी जिसने उस दौर में पुरुष प्रधान कव्वाली को महिला की आवाज़ देने का बीड़ा उठाया.

सन 1957 में निर्माता सर जगमोहन मट्टू ने उन्हें विशेष रूप से अपनी फ़िल्म ‘जागीर’ में अभिनय का मौका दिया.

जब शकीला 50 के दशक में जवान ही थीं तभी उन्हें नाम पहचान सब हासिल हो चुकी थी. बालीवुड के उन दिनों के सुपर स्टार दिलीप कुमार ने उन्हें मुंबई बुलाया

उन्होंने 1984 भोपाल आपदा में अपनी आवाज खो दी आवाज छीनी और उसके साथ दमे, मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जैसी बीमारियों ने घेर लिया

16 दिसंबर 2002 को सेंट जॉर्ज अस्पताल में एक बड़े दिल के दौरे के बाद उनकी मृत्यु हो गई