सावन के पवित्र माह हिंदू मान्यताओं में विशेष महत्व है सावन में भगवान शिव को समर्पित माह है।
मान्यता है कि इसी माह में माता पार्वती ने उपवास करके भोलेनाथ को पति के रूप में प्राप्त किया था।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।
सोमवार का दिन चंद्र देव का भी है, भगवान शिव की पूजा और उपवास करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत हो जाती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाकाल मंदिर की स्थापना द्वापर युग से पहले की गई थी। जब भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन में शिक्षा प्राप्त करने आए, तो उन्होंने महाकाल स्त्रोत का गान किया था।
विष्णु पुराण के अनुसार ब्रह्मा भगवान विष्णु की नाभि कमल से पैदा हुए जबकि शिव भगवान विष्णु के माथे के तेज से उत्पन्न हुए बताए गए हैं।
वराह काल के पूर्व के कालों में भी शिव थे। उन कालों की शिव की गाथा अलग है।