हर साल कार्तिक कृष्ण एकादशी के दिन पड़ने वाली यह एकादशी धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक दीपावली से पहले आती है। हिन्दू धर्म में इसे सबसे शुभ और महत्वपूर्ण एकादशी माना गया है।
कार्तिक कृष्ण एकादशी रविवार 27 अक्टूबर को सुबह 05:23 मिनट से शुरू होगी तथा 28 अक्टूबर को सुबह 07:50 पर इसका समापन होगा और व्रत तोड़ने का समय 29 अक्टूबर को सुबह 06:31 मिनट से 08:44 मिनट तक है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्री विष्णु को सभी व्रतों में सबसे अधिक प्रिय रमा एकादशी है। रमा एकादशी को पुण्य कार्य करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन माना गया है।
पद्म पुराण के अनुसार जो भक्त सच्चे मन से रमा एकादशी का व्रत रखता है। उसे बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है और सभी समस्याओं से मुक्ति भी मिलती है।
बता दें कि पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने रमा एकादशी के बारे में धर्मराज युधिष्ठिर से कहा था कि इस एकादशी का सच्चे मन से व्रत करने से वाजपेय यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है।