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Prayagraj MahaKumbh 2025

(image credit: letehanumanji_prayagraj instagram)

13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो रहा है और विश्व के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। 

(image credit: Meta AI)

हमारे देश में जगह-जगह पर हनुमानजी के प्राचीन चमत्‍कारिक मंदिर हैं। 

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लेकिन प्रयागराज में संगम किनारे लेटे हनुमान का मंदिर इकलौता ऐसा मंदिर है जहां बजरंगबली आराम की मुद्रा में लेटकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। 

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वैसे तो यहां मौजूद सभी मंदिरों का बड़ा महत्व है, किंतु उनमें से सबसे खास है लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर। 

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प्रयागराज के दारागंज मोहल्ले में गंगा जी के किनारे मौजूद ये लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर विश्व में एकमात्र मंदिर है। 

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इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना संत गुरु रामदास जी ने की थी और यह मूर्ति 20 फीट लंबी और जमीन से 7 फीट नीचे है।

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मान्यता है कि जब हनुमानजी लंका जीतकर लौटते वक्त रास्‍ते में उन्‍हें थकान हुई तो सीता माता के कहने पर वह संगम के तट पर लेट गए। इसी कारण यहां लेटे हनुमानजी का मंदिर बन गया। 

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बता दें, कि संगम किनारे मौजूद इस मूर्ति में हर साल गंगा नदी यहां आती हैं और उसमें पूरी मूर्ति डूब जाती है। 

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