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इस बार महाकुंभ का आयोजन यूपी के प्रयागराज में जनवरी 2025 को किया जा रहा है। जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है।
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महाकुंभ में देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर स्नान के लिए पहुंचते हैं।
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महाकुंभ का आयोजन 12 साल में एक बार किया जाता है। महाकुंभ में स्नान का विशेष महत्व है।
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ऐसे में आज आपको बताएंगे कि महाकुंभ का पहला शाही स्नान कब है और इसके नियम क्या?
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हिंदू पंचांग के मुताबिक, महाकुंभ 2025 में पहला शाही स्नान पौष पूर्णिमा 13 जनवरी के दिन होगा।
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पौष पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 13 जनवरी को सुबह 5:03 से शुरू होकर 14 जनवरी को रात्रि 3:56 तक रहेगी।
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वहीं शाही स्नान के समय श्रद्धालुओं को कुछ विशेष नियमों का भी पालन करना होता है।
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स्नान के बाद दान का बड़ा महत्व हैं। अपनी श्रद्धा अनुसार इस दिन श्रद्धालु दान पुण्य भी कर सकते हैं।
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साथ ही पौष पूर्णिमा के दिन दीपदान करने से विशेष पुण्य मिलता है।
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