Red Section Separator

Prayagraj Maha Kumbh Snan

(image credit: pixabay)

प्रयागराज में कुंभ मेला गंगा, यमुना, और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर लगता है।

(image credit: pixabay)

हर 12 साल के बाद महाकुंभ लगता है और चार स्थानों हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है। 

(image credit: mahakumbh.in)

महाकुंभ मेले के दौरान संगम में स्नान करना बहुत ही पवित्र माना जाता है।

(image credit: pixabay)

महाकुंभ मेले के दौरान देश विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन और आस्था की डुबकी लगाने आते हैं।

(image credit: pixabay)

मान्यता है कि गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां क्रमशः ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का प्रतीक हैं।

(image credit: pixabay)

कुंभ मेले के दौरान संगम का पानी कई जैविक और औषधीय गुणों से युक्त होता है और स्नान करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।

(image credit: pixabay)

शास्त्रों के मुताबिक, जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले के दौरान गंगा में स्नान करता है उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।

(image credit: pixabay)

मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान संगम स्थल पर स्नान करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं।

(image credit: pixabay)