करौंदे के कच्चे फल की सब्ज़ी खाने से कब्ज़ियत दूर होती है।
बुख़ार होने पर करौंदे के पत्ते का क्वाथ पिलाना लाभदायक होता है।
सूखी खांसी में एक चम्मच करौंदे के पत्ते का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से फ़ायदा होता है।
इसके कच्चे फल की चटनी खाने से मसूड़ों की सूजन और दांतों की पीड़ा में लाभ मिलता है।
करौंदे के मूल को उबालकर पिलाने से सर्प विष दूर हो जाता है।
करौंदे के ताज़े पत्ते लेकर उनका रस निकालें, छानकर ड्रॉपर से दो-दो बूंद आंखों में डालने से शुरुआती मोतियाबिंद ख़त्म हो जाता है।
करौंदे के बीजों के रोगन (बीजों को पीसकर तेल में पकाया हुआ तेल) को मलने से हाथ-पैर की बिवाई होने पर बेहतर लाभ होता है।
गर्मियों में रोज़ाना इसके मुरब्बे का सेवन करने से दिल के रोगों से बचाव होता है।
इसको खाने से प्यास का शमन होता है और वायु दोष से छुटकारा मिलता है।
करौंदे में लौह की मात्रा होने के कारण शरीर में रक्त की कमी की समस्या दूर होती है।