पितृपक्ष की अष्टमी यानी इस दिन जितिया व्रत भी रखते हैं, इस दिन व्रत का समापन होता है। 16वें दिन विशेष पूजा अर्चना कर इस व्रत का समापन होता है। इस साल 25 सितंबर अष्टमी तिथि को विशेष पूजा अर्चना के साथ व्रत का समापन होगा
श्राद्ध और पिंडदान की पूजा के लिए फेमस हैं ये जगह