पिंपल तब होते हैं जब रोमछिद्र सीबम और मृत त्वचा से भर जाते हैं। कभी-कभी इससे संक्रमण और सूजन हो जाती है।
पिंपल एक छोटा सा दाना होता है। इसे स्पॉट या ज़िट्स के नाम से भी जाना जाता है
यौवन के दौरान, हार्मोन उत्पादन में परिवर्तन होता है।
इससे बालों के रोम के आधार पर स्थित वसामय ग्रंथियाँ अति सक्रिय हो सकती हैं।
मुंहासे अक्सर चेहरे, पीठ, छाती और कंधों को प्रभावित करते हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि त्वचा के इन क्षेत्रों में कई वसामय(सेबासियस ग्रंथि) ग्रंथियां होती हैं।
मुँहासे अक्सर किशोरावस्था में होते हैं, लेकिन ये किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।
पिंपल्स कई प्रकार के होते हैं और उनके संकेत और लक्षण भी अलग-अलग होते हैं।जैसे व्हाइटहेड्स ,ब्लैकहेड्स,सिस्ट ,पपल्स।
कुछ लोग गलती से मान लेते हैं कि ये गंदगी के कारण होते हैं, क्योंकि उनका रंग ऐसा होता है, और वे अपने चेहरे को जोर से रगड़ते हैंइससे त्वचा में जलन हो सकती है तथा अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।