दीपावली के दूसरे दिन इस पर्व को घरों में गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन को स्थापना कर मनाया जाता है।
इस बार गोवर्धन पूजा शनिवार 02 नवंबर को सुबह सूर्योदय के बाद पूरे दिन होगी।
मान्यता है कि यदि इस दिन पूरे विधि विधान से भगवान गोवर्धन की पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
गोवर्धन पूजा करने के लिए सबसे पहले गाय के गोबर से पर्वत बनाकर फूलों से सजायें, रोली, चावल खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर आदि रखें और दीप जलाकर पूजन करें।
जब पूजा संपन्न हो जाये तो भगवान गोवर्धन की सात बार परिक्रमा अवश्य करना चाहिए।
साथ ही परिक्रमा करते हुए गिरिराज महाराज के जयकारे लगाना चाहिए।
उसके बाद अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाये तथा प्रसाद को घर के सभी सदस्यों को दे।
अब गोवर्धन पूजा मुहूर्त की बात करें तो आयुष्मान योग में पूजा समय सुबह 11:17 तक विशेष फलदायक माना जा रहा है।