राधारानी को लेकर की गई टिप्पणी मामले में अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस मसले को लेकर बात अब महापंचायत तक आ गई है।
प्रदीप मिश्रा के खिलाफ ब्रज के संत, महंत और धर्माचार्यों ने महापंचायत की। इस महापंचायत में प्रदीप मिश्रा के ब्रज में प्रवेश करने पर रोक लगा दी।
दरअसल, शिव पुराण कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि कृष्ण की 16,108 रानियों में राधाजी का नाम नहीं है। और राधा के पति में कृष्ण का नाम नहीं है। राधाजी के पति का नाम अयन घोष था।'
इस टिप्पणी के बाद प्रेमानंद महाराज ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि तुझे नर्क में जाने से कोई नहीं रोक पाएगा। तुम्हें शर्म आनी चाहिए।
अब एक बार फिर प्रेमानंद महाराज को लेकर प्रदीप मिश्रा का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि प्रेमानंद महाराज स्वयं ब्रज में राधा और कृष्ण का ही एक स्वरूप हैं'
मिश्रा ने कहा कि वो बहुत ही भोले और सहज संत हैं। किसी ने मेरा वीडियो गलत ढंग से उनके सामने पेश किया है। अन्यथा वो ऐसे नहीं बोलते।
कथावाचक ने कहा, 'मंथरा ने कैकयी को भड़काया तो राम को भी 14 साल वनवास भोगना पड़ा था। कुछ इसी तरह की साजिश मेरे खिलाफ रची जा रही है।
'प्रेमानंद महाराज परम पूजनीय हैं और मैं निवेदन करूंगा कि अगर मुझसे जाने-अनजाने कोई गलती हुई है तो उनके चरणों में मेरा दंडवत प्रणाम है। मैं उनसे क्षमा चाहता हूं।