इनमें से पंच का अर्थ पांच है और बलि का अर्थ है भेंट चढ़ाना। पितृपक्ष के दौरान जब पांच अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग जीवों को भोजन रखा जाता है तो यह पंचबलि कर्म कहलाता है।
आपको बता दें कि, पंचबलि में पांच लोगों के लिए भोजन रखा जाता है इनमें देवता, पूर्वज, आत्माएं, मनुष्य और ब्राह्मण शामिल हैं।
मान्यता है कि पंचबलि करने से पितरों की आत्मा प्रसन्न होती है और व्यक्ति को सभी दोषों से मुक्ति मिलती है।