दिवाली का त्योहार खुशियों, रोशनी और नए ऊर्जा का प्रतीक है। इस दिन पूजा के दौरान जलाए गए दीपक घर में सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
पूरे देश में दिवाली पर्व लगातार 5 दिनों तक मनाया जाता है औक इसकी शुरूआत धनतेरस से की जाती है।
अगले दिन छोटी दिवाली मनाई जाती है। इस साल छोटी दिवाली आज यानी बुधवार 30 अक्टूबर को मनाई जा रही है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को छोटी दिवाली मनाई जाती है। इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है।
छोटी दिवाली को रूप चौदस और काली चौदस भी कहा जाता है। इस दिन यम पूजा, कृष्ण पूजा और काली पूजा होती है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस दिन पूजा के बाद यम का दीपक जलाने का विधान है। छोटी दिवाली पर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 49 मिनट से लेकर 7 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
नरक चतुर्दशी के दिन यमराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। साथ ही नरक के भय से भी मुक्ति मिलती है।
\
इस दिन हनुमानजी का जन्म भी हुआ था इस वजह से उनकी पूजा करने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है। \
काली चौदस होने के कारण इस दिन माता कालिका की पूजा करने से भय का नाश होता है।
इस दिन रूप चौदस होने से अभ्यंग स्नान किया जाता है जो सौंदर्य और ऐश्वर्य प्रदान करता है।