Mokshagundam Visvesvaraya
एम. विश्वेश्वरैया
का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर साम्राज्य के वर्तमान चिक्कबल्लापुरा जिला, कर्नाटक में हुआ था।।
हर साल 15 सितंबर को सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन के इंजीनियर दिवस रूप में मनाया जाता है।
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इस क्षेत्र में क्रांति लाने वाली उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें
'भारतीय इंजीनियरिंग के जनक'
के रूप में याद किया जाता है।।
वह हमारे देश के पहले इंजीनियर थे जिन्होंने विभिन्न पुलों और कई अन्य परियोजनाओं के डिजाइन में योगदान दिया।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को 1912 में मैसूर का 19वां दीवान नियुक्त किया गया था।
उन्होंने 1917 में बैंगलोर में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाद में उनके सम्मान में कॉलेज का नाम बदल दिया गया।।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की मृत्यु 1962 में हुई और उनके सम्मान में 1968 में पहला राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस मनाया गया।
उन्होंने इंजीनियरिंग और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की, ब्लॉक सिंचाई बनाई और केआरएस जलाशय का निर्माण किया।
1955 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न प्राप्त हुआ।
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