पुराने धातु रोग के लिए कई घरेलू उपचार हो सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इन्हें डॉक्टर की सलाह से ही अपनाएं। यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं:
त्रिफला चूर्ण: यह आयुर्वेदिक औषधि पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और धातु रोग में लाभकारी होती है।
आंवला और हरीतकी: इन दोनों का मिश्रण धातु रोग में फायदेमंद होता है।
गिलोय: गिलोय का रस या काढ़ा धातु रोग के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
अश्वगंधा: अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण या काढ़ा धातु रोग में शक्ति और ऊर्जा बढ़ाता है।
शिलाजीत: शिलाजीत का सेवन धातु रोग में लाभकारी होता है, लेकिन इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
पानी और नारियल पानी: पर्याप्त पानी पीने से धातु रोग में राहत मिलती है।
स्वस्थ आहार: धातु रोग में स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेना आवश्यक है।
याद रखें, धातु रोग एक गंभीर बीमारी है, इसलिए इन घरेलू उपचारों को डॉक्टर की सलाह से ही अपनाएं और नियमित चिकित्सा जांच करवाएं।