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Margashirsha Month 2024

मार्गशीर्ष महीने को भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप माना गया है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

हिंदू पंचांग के नवां माह मार्गशीर्ष का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है। शास्त्रों में इस माह को भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय माह कहा गया है।

धार्मिक मान्‍यता है कि मार्गशीर्ष माह में ही सतयुग का आरंभ हुआ था। इस वजह से यह माह भगवान कृष्ण को अधिक प्रिय है।

इस माह में भगवान श्री कृष्ण के लड्डू-गोपाल स्वरूप की पूजा की जाती है। इस माह में लड्डू-गोपाल की पूजा एवं सेवा करने के विशेष नियम होते हैं।

मार्गशीर्ष माह में सूर्योदय पूर्व उठकर स्नान कर तांबे के लोटे से सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए।

इसके बाद लड्डू-गोपाल को सुबह घंटी या ताली बजाकर उठाएं। स्नान कराने के बाद लड्डू गोपाल को नए कपड़े पहनाकर श्रृंगार करें।

फिर लड्डू-गोपाल को केसर का तिलक लगाएं। इसके बाद लड्डू-गोपाल की आरती करें और भोग लगाएं।

भोग लगाने के बाद 108 बार 'कृं कृष्णाय नम:' मंत्र का जाप अवश्य करें। इसके बाद लड्डू-गोपाल को कुछ समय के लिए सूर्य की रोशनी में ले जाएं।

इसके बाद शाम को दोबारा आरती करें और भोग लगाएं। फिर लड्डू-गोपाल की रात में आरती करके सुला दें।