Mahakumbh 2025 Shahi Snan: मकर संक्रांति के दिन दूसरा शाही स्नान का क्या है महत्व? जानें स्नान का शुभ समय
(image credit: Meta AI)
इस वर्ष मकर संक्रांति पर महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान है। वहीं सनातन धर्म में शाही स्नान को बहुत पवित्र और पुण्यदायी माना गया है।
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हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान को बहुत शुभ तथा इस दिन शुभ मुहूर्त में किए गए स्नान और दान का विशेष पुण्य मिलता है।
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हिंदू पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन पुनर्वसु नक्षत्र सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक रहेगा और इसके बाद पुष्य नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा।
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मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है क्योंकि वे दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं, जिससे देवताओं का दिन शुरू होता है।
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इसके साथ ही इस दिन खरमास समाप्त होता है और विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं।
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मकर संक्रांति पर संगम स्नान के लिए सर्वोत्तम समय महा पुण्य काल सुबह 9:03 से 10:48 तक है।
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वहीं अगर इस समय स्नान न कर पाए तो पुण्य काल में शाम 5:46 बजे तक स्नान किया जा सकता है।
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