Maha Kumbh 2025: क्या आप जानते हैं महाकुंभ से जुड़े ये अनसुने रहस्य, जानिए
(image credit: kumbh.prayagraj instagram)
कुछ ही दिनों में प्रयागराज के संगम स्थल पर सबसे बड़ा उत्सव महाकुंभ शुरु होने जा रहा है।
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समुद्र मंथन के बाद अमृत के लिए जब देवासुर आपस में लड़ रहे थे तब अमृत की 4 बूंदे धरती पर गिरी थी। इस कारण यहां पर कुंभ आयोजित होता है।
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बता दें कि महाकुंभ प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार लगता है जो बृहस्पति ग्रह की गणना पर आधारित होता है।
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महाकुंभ में सारे देश से नागा साधु और तपस्वी के साथ देश-विदेश से श्रद्धालु एक जगह एकत्रित होते हैं।
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महाकुंभ को साल 2017 में यूनेस्को ने मानवता की सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया था।
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हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान संगम में स्नान करने से मोक्ष मिलता है और जीवन के सारे पापों का नाश होता है।
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महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों लोग आते हैं जिससे अर्थव्यवस्था और स्थानीय व्यापारियों को लाभ होता है।
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महाकुंभ सारी दुनिया से लोगों को सनातन संस्कृति की तरफ आकर्षित और इसके महत्व से अवगत कराता है।
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