नवरात्रि के 9 दिन दुर्गा देवी के भक्तों के लिए बेहद खास होते हैं
नवरात्रि का पहला दिन माता शैलपुत्री को समर्पित माना जाता है, देवी के इस रूप से जीवन में पर्वत के समान धन समृद्धि आती है
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा जीवन में सफलता के लिए और सिद्धियां पाने के लिए की जाती है,मां ब्रह्मचारिणी प्यार और बलिदान को दर्शाती हैं
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, मां चंद्रघंटा बुरे कुकर्मों और पापों से मुक्ति दिलाती हैं,इनकी पूजा से सकारात्मकता महसूस होती है
नवरात्रि के चौथे दिन दुर्गा देवी के रुप मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है, मां कुष्मांडा को सिद्धि की देवी कहा जाता है
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की अराधना की जाती है,दुर्गा देवी के स्वरूप से खुशी, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है, मां कात्यायनी की पूजा करने से बीमारी और भय दूर होते हैं
नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित माना जाता है, मां कालरात्रि का पूजा करने से जीवन के आर्थिक कष्ट दूर होते हैं
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा- अर्चना की जाती है, माता महागौरी के पूजन से जीवन के सभी दुख दरिद्रता से मुक्ति मिलती है
नवरात्रि का नौवां और आखिरी दिन दिन मां सिद्धिदात्री के पूजन के लिए होता है, मां सिद्धिदात्री किसी भी बीमारी रोग को दूर करती है
यह पर्व नारी शक्ति की आराधना का पर्व माना जाता है,श्राद्ध पक्ष के समाप्त होने के बाद शारदीय नवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा