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कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कान्हा जी को 56 भोग बनाकर नहीं लगा पा रहीं तो इन 7 तरह के प्रसाद को जरूर चढ़ाएं। भगवान कृष्ण हो जाते हैं खुश।

कान्हा जी को लगाएं 7 चीजों का भोग

कान्हा जी को भोग लगाने के लिए 56 व्यंजन चढ़ाने की परंपरा है। लेकिन पूरे 56 व्यंजन का भोग लगाना आम इंसान के मुमकिन नही है। ऐसे में वो भगवान को कैसे खुश करे? दरअसल, कान्हा जी भोले हैं और वो इन 7 तरीके के भोग को पाकर ही खुश हो जाते हैं और इन्हें पूरे 56 व्यंजन के बराबर माना जाता है। तो चलिए जानें वो कौन सी 7 चीजें हैं जो भगवान को 56 व्यंजन जितनी ही प्रिय है।

माखन मिश्री

यशोदा मैया भगवान श्री कृष्ण को बचपन में माखन मिश्री खिलाती थीं। इसलिए कान्हा जी के भोग में माखन मिश्री जरूर रखें।

मेवे या मेवे का पाग

5 तरह के मेवे को मिलाकर भगवान को अर्पित करें। अगर हो सके तो इन मेवों को मिलाकर पाग या मिठाई बनाकर तैयार कर लें। भगवान कृष्ण इसे खाकर भी खुश हो जाते हैं।

धनिया पंजीरी

भगवान को खुश करना है तो धनिया पंजीरा का भोग जरूर लगाएं। इन चीजों को मिलाकर भगवान को चढ़ाने से भगवान उतना ही खुश होते हैं जितना 56 व्यंजन को चढ़ाने से होते हैं। तो धनिया की पंजीरी भी इसमे शामिल है।

पंचामृत

घी, दूध, दही, शहद, मेवा से मिलकर बने पंचामृत को कान्हा जी को अर्पित करें। पंचामृत का भोग भगवान को बेहद प्रिय है।

शहद

इसके साथ ही कान्हा जी को शहद प्रिय है। बच्चे के जन्म पर उसे शहद चटाने की मान्यता है। इसलिए कान्हा के जन्म पर उन्हें शहद का भोग जरूर लगाएं।

मोहन भोग

भगवान को जन्माष्टमी के दिन खीरा चढ़ाने की भी मान्यता है। खीरा लड्डू गोपाल को प्रिय है।